Author: Rohit Maurya
''कपड़ा तेरे बाप का, तेल तेरे बाप का, आग भी तेरे बाप की, तो जलेगी भी तेरे बाप की।'' - हनुमान
''तेरी बुआ का बगीचा है क्या जो हवा खाने चला आया।'' - धाकड़ासुर
''जो हमारी बहनों को छेड़ेगा उनकी लंका लगा देंगे।'' - हनुमान
"मेरे एक सपोले ने तुम्हारे शेषनाग को लंबा कर दिया अभी तो पूरा पिटारा भरा पड़ा है" - मेघनाथ
''आप अपने काल के लिए कालीन बिछा रहे हैं" - मंदोदरी
''तुम लोगों को कोई काम धंधा नहीं है बंदर पकड़ लाए।'' - रावण